कौन थे डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी और 23 जून से उनका क्या संबंध ? धारा 370 का खुलकर करते थे विरोध
मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाने के प्रयास में लगे थे। उस दौरान जम्मू कश्मीर का अलग झण्डा और संविधान भी अलग था। डॉ॰ मुखर्जी ने संसद में भाषण देते हुए धारा-370 को समाप्त करने की भी जोरदार वकालत की।
इस महान देशभक्त राजनेता ने कश्मीर को लेकर अपने विचारों के साथ एक राजनैतिक मुहिम लो शुरुआत की जो कई दशकों बाद नरेन्द्र मोदी की सरकार में 5 अगस्त 2019 को पूरी हुई, जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 का सफाया कर दिया गया।