UP E-Padtal Yojana 2024: उत्तरप्रदेश ई-पड़ताल योजना के तहत, फसल ख़राब होने पर मिलेगा पूरा मुआवज़ा

E-Padtal Yojana: उत्तरप्रदेश की योगी सरकार हमेशा किसानों के हित के लिए नई-नई स्कीम लाती रहती है क्योंकि उत्तर प्रदेश एक कृषि प्रधान राज्य है। यहाँ पर 70 से 75 प्रतिशत लोग कृषि के क्षेत्र में रोजगार करते हैं। राज्य के किसान विभिन्न प्रकार की खेती करते हैं, जैसे कि धान, अनाज, सब्जियाँ, और फूलों की खेती। इसके कारण उत्तर प्रदेश गेहूँ, आलू, और फलों के उत्पादन में अग्रणी है।

परंतु, मौसम की परेशानियों के कारण, किसानों को अक्सर फसलों की हानि का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब, किसानों को इस चिंता की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने उनके लिए एक विशेष योजना की शुरुआत की है।

अब किसानों को फसलों की हानि पर चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा एक खास योजना की शुरुआत हो रही है। इस योजना के अंतर्गत, किसानों को अपनी फसलों के नुकसान पर मुआवजा देने का निर्णय लिया गया है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा यह योजना शुरु की जा रही है ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो, और उन्हें सब्सिडी और योजनाओं का भी लाभ मिल सके। इस डिजिटल फसल सर्वेक्षण ई पड़ताल योजना के माध्यम से, राज्य के सभी किसानों को इससे फायदा होगा।

अगर आप भी उत्तर प्रदेश के किसान हैं और E-Padtal Yojana से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको इस आर्टिकल को ध्यान से अंत तक पढ़ना होगा

E-Padtal Yojana 2023 | उत्तरप्रदेश ई-पड़ताल योजना क्या है?

उत्तरप्रदेश ई-पड़ताल योजना (एक नजर में)
योजनाE-Padtal Yojana
जारीकर्ता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा
योजना लाभ स्तर राज्य स्तरीय
राज्यउत्तरप्रदेश
लाभार्थी वर्ग उत्तरप्रदेश के किसान
उद्देश्यकिसानो की आय में वृद्धि करना व योजनाओं का लाभ प्रदान करना
अधिकारिक वेबसाईटजल्द ही

उत्तर प्रदेश के किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा E-Padtal Yojana की शुरुआत की जा रही है। इस योजना के माध्यम से किसानों की आय में वृद्धि, सब्सिडी और योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए डिजिटल फसल सर्वेक्षण की जाएगी।

E-Padtal Yojana के अंतर्गत, यदि किसी किसान को फसल में नुकसान होता है, तो सरकार उसे समय पर मुआवजा प्रदान करेगी। इसके लिए, सरकार राज्य के किसानों की फसलों का आंकड़ा जुटाएगी, जिससे पता चलेगा कि किस राज्य में कितना नुकसान हुआ है, ताकि किसानों को समय पर मुआवजा दिया जा सके।

राज्य सरकार द्वारा किसानों की फसलों का डेटा एकत्रित किया जाएगा और इसके लिए उनकी फसलों की विस्तृत पड़ताल की जाएगी। इसके बाद, योजना के माध्यम से सभी आंकड़ों के आधार पर ही किसानों को योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश में किसानों की फसलों की पड़ताल करने के लिए इस योजना के तहत ट्रेनर्स को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।

Uttar Pradesh E-Padtal Yojana Objective

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा शुरू की गई E-Padtal Yojana का मुख्य उद्देश्य यह है कि राज्य में किस प्रकार की फसलों की सूची प्राप्त की जा सके। इससे सरकार को जानकारी मिलेगी कि राज्य में कितनी और कौन-कौन सी फसलें उगाई जाती हैं।

इस फसलों के आंकड़ों के एकत्र होने पर, प्राकृतिक आपदाओं से फसलों के हानि होने पर किसानों को तुरंत मुआवजा देना आसान हो जाएगा। इसके साथ ही, किसानों की आय में वृद्धि होगी और योजना और सब्सिडी का लाभ सभी किसानों को पहुंचाने के लिए डिजिटल फसल सर्वेक्षण किया जाएगा। इससे अधिक से अधिक किसानों को फायदा पहुंचाने की संभावना है।

अब किसानों को प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान के कारण किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि उन्हें समय पर फसल का मुआवजा मिलेगा।

राज्य के 54 जिलों में ई पड़ताल होगा सर्वे का काम 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा शुरू की गई E-Padtal Yojana की विशेष बात यह है कि खरीफ फसलों का परीक्षण दो चरणों में होगा। इसके लिए, 10 अगस्त से 15 सितंबर तक एक कैंपेन आयोजित किया जाएगा। पहले चरण में 21 जिलों का सर्वेक्षण किया जाएगा और फिर दूसरे चरण में 54 जिलों में फसलों की सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके लिए, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में जिला और तहसील स्तर पर 4 कमेटियों का गठन किया जाएगा, जिनका अध्यक्ष मुख्य सचिव करेंगे।

योजनाबद्ध तरीके के साथ होगा काम 

E-Padtal Yojana के अंतर्गत, केवल किसानों की फसलों का डेटा ही नहीं, बल्कि किसानों की आय को बढ़ाने के लिए एक 6 पॉइंट फ्रेमवर्क भी तैयार किया जाएगा। इस फ्रेमवर्क के माध्यम से ही मिले डेटा के आधार पर किसानों को योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। इससे किसानों की MSP (मिनिमम सपोर्ट प्राइस) की निर्धारण में भी यह आंकड़ा महत्वपूर्ण साबित होगा। साथ ही, किसान सरकार द्वारा संचालित की जा रही किसान क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से सब्सिडी का लाभ पा सकेंगे।

लखनऊ से प्रशिक्षित किये जायेंगें ट्रेनर्स

राज्य में कुल 75 जनपद हैं, और इनमें 350 तहसीलें हैं। इन तहसीलों में डेटा को एकत्रित करने के बाद, 31002 अकाउंटेंट्स के माध्यम से E-Padtal Yojana का संचालन करने के लिए 35,983 क्लस्टर्स का डेटा इस सर्वे में शामिल किया जाएगा। प्रत्येक क्लस्टर में फसलों की तस्वीरें, उनका स्थान, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दर्ज की जाएगी। इस सर्वे में हर जिले में जिला मास्टर ट्रेनर्स और प्रत्येक तहसील में तहसील मास्टर ट्रेनर्स की पहचान की जाएगी, जिनका अध्यक्ष मुख्य सचिव करेंगे। इसके बाद, इन ट्रेनर्स को लखनऊ में प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे अपना काम सही तरीके से कर सकें।

उत्तर प्रदेश ई–पड़ताल योजना के फायदे व विशेषताएं

  • E-Padtal Yojana को उत्तर प्रदेश में फसलों को मौसम से बचाने के लिए शुरू किया जा रहा है।
  • किसानों की आय में वृद्धि, सब्सिडी और अन्य योजनाओं का लाभ इस योजना के माध्यम से मिलेगा।
  • राज्य के किसानों की फसलों के नुकसान का डिजिटल सर्वे ई पड़ताल योजना के अंतर्गत किया जाएगा।
  • जिले और तहसील स्तर पर मास्टर ट्रेनर बनाए जाएंगे, जो अन्य ट्रेनर्स को प्रशिक्षित करेंगे।
  • इसके लिए एनआईसी ने सभी ट्रेनर की आईडी बनाई है।
  • रबी और जायद फसलों का भी डिजिटल सर्वे इसी तरह किया जा सकेगा।
  • प्राकृतिक आपदाओं से फसलों को नुकसान होने पर किसानों को मुआवजा आसानी से और जल्दी मिल सकेगा।
  • 15 सितंबर से इस योजना के प्रारंभिक चरण में कैंप शुरू होंगे।
  • 21 जिलों को पहले चरण में और 54 जिलों को दूसरे चरण में सर्वेक्षण किया जाएगा।
  • ई पड़ताल योजना के माध्यम से सरकार को फसलों का डाटा मिलेगा और आय बढ़ाने का फ्रेमवर्क भी बनाया जाएगा।
  • इस योजना के माध्यम से अब किसानों को योजनाओं का लाभ दिया जाएगा, जो सभी आंकड़ों पर आधारित है।
  • फसलों का MSP भी इस आंकड़े से निर्धारित किया जा सकता है।
  • E-Padtal Yojana किसानों की आय को बढ़ाकर उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारेगा।

How to apply for UP E-Padtal Yojana?

यदि उत्तर प्रदेश के किसान ई पड़ताल योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो उन्हें आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। इस योजना के तहत, राज्य के हर जिले में मास्टर ट्रेनर्स और तहसील में तहसील मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से फसलों की फोटो, उनके स्थान और महत्वपूर्ण जानकारी जिले के हर क्लस्टर में ली जाएगी।

इसके बाद, सभी आंकड़ों के आधार पर, किसानों को योजनाओं का लाभ, अनुदान, और फसलों के नुकसान होने पर समय पर मुआवजा प्रदान किया जा सकेगा। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना और उन्हें प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से बचाना है।

FAQs About E-Padtal Yojana Uttar Pardesh 2023

प्रश्न: ई पड़ताल योजना क्या है?

उत्तर: ई पड़ताल योजना एक सरकारी योजना है जिसके तहत उत्तर प्रदेश के किसानों की फसलों का डिजिटल सर्वेक्षण किया जाएगा।

प्रश्न: ई पड़ताल योजना किस राज्य में लागू हो रही है?

उत्तर प्रदेश राज्य में

प्रश्न: E-Padtal Yojana के उद्देश्य क्या है?

उत्तर: ई पड़ताल योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में किसानों की फसलों का आंकड़ा जुटाना है ताकि सरकार पता कर सके कि किस राज्य में कितना रकबा है।

प्रश्न: ई पड़ताल योजना के तहत किसानों को कैसे लाभ मिलेगा?

उत्तर: ई पड़ताल योजना के तहत किसानों को फसलों की आय में वृद्धि, सब्सिडी, और योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।

प्रश्न: E-Padtal Yojana को कितने चरणों में लागू किया जाएगा?

उत्तर: ई पड़ताल योजना को सरकार दो चरणों में लागू करेगी, पहले चरण में 21 और दूसरे चरण में 54 जिलों में सर्वेक्षण होगा।



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