E-Rupee: भारत की अपनी डिजिटल करेंसी, अब Cash लेकर चलने की टेंशन होगी खत्म, जानें क्या-क्या हैं फ़ायदे।

What is E-Rupee: अब जेब में पैसे लेकर चलने की जरूरत नहीं है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पिछले वर्ष 1 नवंबर को डिजिटल रुपया का पायलट लांच किया था, जो सिर्फ उसके लिए उपलब्ध था। E-Rupee नामक डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल भारतीय जनता कर रही है। आइए जानते हैं कि ये डिजिटल करेंसी कैसे काम करते हैं और आपके लिए किस तरह फायदेमंद होंगे।

अब आपको सब्जी, अनाज, आटा, दाल, चावल, कपड़े, मोबाइल फोन या कुछ भी खरीदने के लिए कागज के नोट या सिक्के लेने की जरूरत नहीं होगी। 1 से 2000 रुपए तक के नोट आपके मोबाइल में डिजिटल रुपए (E-Rupi) के रूप में रहेंगे, जिससे आप कुछ भी खरीद या रिचार्ज कर सकेंगे। बिल दे सकते हैं और किसी को पैसा भेज सकते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं की आखिर क्या होता है ई-रुपी? (What is E-rupi?), What is E-rupi full form?

ई-रुपी क्या है? What is e-Rupee | e-Rupee का फुल फॉर्म होता है

e-rupee-full-form

Basic Details about e-Rupee
e-Rupi Full Form Electronic Rupee
e-Rupi हिंदी अर्थ इलेक्ट्रॉनिक रुपया या डिजिटल रुपया
ई-रुपी की शुरआत कब हुई वर्ष 2022 में
जारी करने का उदेश्य डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देना

 

आपके नोटों और सिक्कों की तरह ई-रुपी होगा। यह सिर्फ आपके मोबाइल में डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक रूप में उपलब्ध होगा। यह आज के सिक्कों और नोटों की तरह 1, 2, 5, 10, 20, 50, 100, 200, 500, 2000 रुपये के रूप में मौजूद रहेगा।

आप ये पैसे अपने मोबाइल में एक डिजिटल पर्स (Digital Wallet) में रख सकेंगे। आप इन्हें जरूरत पड़ने पर खर्च कर सकते हैं या किसी और के खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं। यह सब सुरक्षित रूप से SMS या QR कोड के माध्यम से कर सकते हैं।

E-Rupee लाने का की वजह।

केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किए गए मुद्रा नोटों का डिजिटल संस्करण CCBDC है। आम बजट में देश की मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2022-23 से ब्लॉक चेन पर आधारित डिजिटल रुपया लाने का ऐलान किया था। केंद्रीय बैंक ने पिछले दिनों कहा कि आरबीआई का उद्देश्य डिजिटल करेंसी को ग्राहकों को भुगतान करने के लिए एक अतिरिक्त विकल्प देना है, न कि मुद्रा के मूल्य को बदलना।

पिछले साल हुआ था E-Rupee जारी करने का ऐलान।

पिछले महीने अक्टूबर की शुरुआत में, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने घोषणा की कि वह जल्द ही विशेष उद्देश्यों के लिए डिजिटल रुपया का पायलट लांच करेगा। इसलिए, केंद्रीय बैंक ने 2022 का एक नंबर निर्धारित किया था। फिलहाल, यह एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जा रहा है।RBI ने होलसेल लेन-देन और विदेशी भुगतान के लिए अपना डिजिटल रुपया बनाया है।

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ऐसे कर पाएंगे E-Rupee का इस्तेमाल।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पहले बताया था कि CBDC (डिजिटल रुपी) एक भुगतान स्रोत होगा, जो नागरिकों, सरकारों, कंपनियों और अन्य लोगों के लिए एक लीगल टेंडर के रूप में काम करेगा। यह सेफ स्टोर वाली करेंसी के समान होगा। भारत रिजर्व बैंक ने डिजिटल करेंसी जारी करने के बाद से लोगों को इसे कैसे रखने की आवश्यकता कम हो गई है। e-Rupee के बारे में अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।

ई-रुपी के फायदे (E-Rupee Benefits)

ई-रुपी बैंक अकाउंट या पेमेंट एप होना जरूरी नहीं: डिजिटल रुपयों (e-R) को खर्च करने या प्राप्त करने के लिए आपको किसी बैंक खाते या डिजिटल भुगतान एप की जरूरत नहीं होगी। आप इसे SMS या QR code के माध्यम से, आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त करेंगे और डिजिटल वैरिफिकेशन के माध्यम से भुगतान भी कर सकेंगे।

इंटरनेट और स्मार्ट फोन की आवश्यकता नहीं होगी: डिजिटल रुपए से लेन-देन करने के लिए किसी भी स्मार्ट फोन या इंटरनेट की आवश्यकता नहीं रहेगी। आप किसी भी आम फोन की मदद से पैसे ले सकते हैं।

नोट फटने या खराब होने की कोई समस्या नहीं है: डिजिटल रुपया, कागजी नोटों या सिक्कों की तरह, खराब होने या फटने का कोई भय नहीं है। आप नकली सिक्का या टेप या गोंद से चिपका हुआ नोट नहीं पाएंगे। रिजर्व बैंक को नकली नोटों और सिक्कों की समस्या भी नहीं होगी।

आपके बैंक अकाउंट या कार्ड की जानकारी सुरक्षित रहेगी: पूरी प्रक्रिया के दौरान आपको न तो एटीएम या आधार कार्ड की जानकारी देनी होगी न ही बैंक अकाउंट की जानकारी देनी होगी। इससे आपकी व्यक्तिगत और आर्थिक जानकारी सुरक्षित रहती है। आपकी कोई जानकारी चोरी या शेयर नहीं की जा सकती।

संपर्क से संक्रमण होने की संभावना नहीं है: आपको दूसरे को अपने संपर्क में आए किसी सामान को देने की जरूरत नहीं होगी। रसीद, कार्ड या फिंगरप्रिंट नहीं चाहिए। दूर से ही भुगतान किया जाएगा। दो लोगों के बीच कोई संपर्क नहीं होगा। यही कारण है कि किसी बीमारी के संक्रमण को फैलने की संभावना नहीं रहेगी।

आपसी लेन-देन भी गोपनीय रहेंगे: जब आप किसी को बाजार में या घर में पैसे देते या लेते हैं, तो आपकी जानकारी किसी तीसरे व्यक्ति या संस्था को नहीं मिल सकती। सरकार और बैंक भी नहीं। डिजिटल पैसे भी गोपनीय रहेंगे। सरकार और बैंक ऐसे लेन-देन पर न तो निगाह रख सकेंगे और न ही उनका कोई रिकॉर्ड होगा।



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